Poultry Farming: पोल्ट्री फार्म खोलने के लिए सरकार दे रही है बम्फर सब्सिडी, जानिए कैसे करे आवेदन

Poultry Farming: सरकार निरंतर मुर्गी फॉर्मिंग को बढ़ावा देने के लिए एक से बढ़ के एक योजना शुरू की जा रही है आज देश में लगातार अंडे और चिकन की डिमांड बढ़ते जा रही है अच्छे मुनाफे को देखते हुए कई लोग इस बिजनेस को शुरू कर रहे हैं. ऐसे में अगर आप भी मुर्गी पालन (Poultry Farming) करना चाहते हैं तो जानिए पूरी जानकारी

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पोल्ट्री फार्म के प्रकार (Types of Poultry Farms)

मुख्य रूप से तीन प्रकार के पोल्ट्री फार्म होते हैं:

  1. ब्रॉयलर फार्म (Broiler Farm): मांस उत्पादन के लिए मुर्गियों को पाला जाता है.
  2. लेयर फार्म (Layer Farm): अंडे उत्पादन के लिए मुर्गियों को पाला जाता है.
  3. ब्रीडर फार्म (Breeder Farm): चूजों के उत्पादन के लिए मुर्गियों को पाला जाता है.

बिहार सरकार ने शुरू की यह योजना

बिहार सरकार द्वारा मुर्गी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए पहले आओ पहले पाओ योजना को शुरू किया गया है इस योजना के तहत 3000 क्षमता के ब्रायलर मुर्गी फार्म पर अनुदान दे रही है| इसमें अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के लाभुकों को 50 फीसदी और सामान्य जाति के लाभुकों को 30 फीसदी अनुदान दिया जा रहा है.

उपकरण और सामग्री (Equipment and Materials)

  • फीड स्टोरेज बिन
  • कूड़े का डिब्बा
  • थर्मामीटर
  • बिछाने का सामान (चूजों के लिए)
  • सफाई के उपकरण

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मुर्गियों का चयन (Chicken Selection)

अपने फार्म के प्रकार के आधार पर मुर्गियों की नस्ल का चयन करें. मांस के लिए ब्रॉयलर, अंडों के लिए लेयर्स और चूजों के लिए ब्रीडर नस्लों का चयन करें.

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